Thursday, November 15, 2018

फिलीपींस के राष्ट्रपति ने कई अहम बैठकों से ज्यादा तरजीह अपनी नींद पूरी करने को दी

यहां आसियान-भारत और ईस्ट एशिया समिट में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत दुनिया के कई नेताओं ने शिरकत की। सिंगापुर में हुई कई बैठकों में फिलीपींस के राष्ट्रपति रोड्रिगो दुतेर्ते (73) महज इसलिए हिस्सा नहीं ले पाए क्योंकि वे तरोताजा होने और नींद पूरी करने के लिए झपकी (पावर नैप) ले रहे थे। फिलीपींस के राष्ट्रपति कार्यालय ने यह जानकारी दी। दुतेर्ते के प्रवक्ता सल्वाडोर पनेलो के मुताबिक, राष्ट्रपति बुधवार को पूर्व निर्धारित चार कार्यक्रमों में शामिल नहीं हो पाए थे।

नींद लेने में क्या बुराई है?
दुतेर्ते ने सफाई में कहा कि आखिर नींद लेने में गलत क्या है? इससे पहले भी दुतेर्ते फिलीपींस में हुई अंतरराष्ट्रीय समिट के कार्यक्रमों को छोड़ चुके हैं। दुर्तेते के स्वास्थ्य को लेकर भी चिंताएं जताई जा रही हैं। पिछले महीने उन्होंने कैंसर की आशंका जताई थी।

दुतेर्ते से यह पूछे जाने पर कि क्या वे आराम महसूस कर रहे हैं, उन्होंने कहा कि नींद पूरी तो नहीं हुई लेकिन पिछले कुछ दिन की थकान उतारने के लिए पर्याप्त रही

प्रवक्ता पनेलो ने कहा कि राष्ट्रपति दुतेर्ते रात में देर तक काम करते हैं, लिहाजा सोने के लिए उन्हें काफी कम वक्त मिलता है। किसी कार्यक्रम में राष्ट्रपति के मौजूद न होने का उनके स्वास्थ्य से कोई लेना-देना नहीं है।

दुर्तेते ने पहले कहा था कि वे थक चुके हैं और पद से हटना चाहते हैं। लेकिन कोई योग्य उत्तराधिकारी नहीं मिल रहा।

कुर्सी पर सोए दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति
आसियान समिट में मीटिंग के वक्त नींद लेने वाले दुतेर्ते अकेले राष्ट्राध्यक्ष नहीं हैं। ब्लूमबर्ग के मुताबिक, दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति मून जे-इन भी अमेरिकी उपराष्ट्रपति माइक पेंस का 15 मिनट तक इंतजार करते-करते सो गए। 

पहले सभा और बाद में भारी लवाजमे के साथ नामांकन रैली निकाल कर माला साफा पहनने में मशगूल प्रत्याशी को नामांकन दाखिल करने का समय बीतता देखा, तो वह खुली जीप से उतरकर बाइक उठाकर दौड़ा।

जैसे तैसे बाइक को कलेक्ट्रेट परिसर में छोड़ रिटर्निंग अधिकारी कक्ष तक दौड़ लगाई। हांफते हांफते पसीने से लथपथ प्रत्याशी 3 बजे ने में 3 मिनट शेष रहते ही कक्ष में दाखिल होकर अधिकारी के सामने जा खड़ा हुआ। समय पूरा होने से पहले ही समर्थक प्रत्याशी का नामांकन पत्र भी ले आए, जिससे नामांकन पत्र दाखिल करने से वंचित नहीं रहा।

भारत वाहिनी पार्टी के प्रत्याशी देवीसिंह दौसा के नामांकन के दौरान गुप्तेश्वर रोड पर सभा हुई। सभा को पार्टी के प्रदेशाध्यक्ष घनश्याम तिवाड़ी ने भी संबोधित किया। सभा के बाद रैली शुरू हुई। गुप्तेश्वर रोड से कलेक्ट्रेट तक रैली के दौरान सैकड़ों समर्थक व वाहनों का काफिला चल रहा था। जगह जगह प्रत्याशी का लोगों ने स्वागत किया। रैली सोमनाथ चौराहे पर पहुंची, तो नामांकन का समय पूरा होने में 5-7 मिनट ही शेष रहे। इसकी जानकारी प्रत्याशी को दी गई,

तो वह खुली जीप में से उतरकर बाइक से तुरंत कलेक्ट्रेट पहुंच गया और परिसर से रिटर्निंग अधिकारी के कार्यालय तक दौड़ लगाई। प्रत्याशी की रैली में पार्टी के झंडे, बैनर लगे दर्जनों वाहन चल रहे थे। सैकड़ों कार्यकर्ता भी हाथों में झंडे लेकर शामिल हुए। रिटर्निंग अधिकारी डाॅ. जी.एल. 

शर्मा ने बताया कि प्रत्याशी को सभा व रैली की अनुमति दी गई थी। रैली में 10 वाहन लाने की अनुमति थी। इससे अधिक वाहन होने पर कार्रवाई होगी। प्रत्याशी के समर्थन में गुप्तेश्वर रोड पर हुई सभा में भारत वाहिनी के प्रदेशाध्यक्ष घनश्याम तिवाड़ी के चुनाव चिन्ह बांसुरी बजाकर चुनावी राग छेड़ा। उ तिवाड़ी बोले कि आपका अंगद की तरह पांव है, तो लंका में जाओ।

राजस्थान को लंका बनाने की कोशिश की, तो 7 दिसंबर को जनता वोट से ब्याज सहित हिसाब चुका देगी। तिवाड़ी ने यह भी कहा कि मीन भगवान, देवनारायण और परशुराम भगवान विष्णु के अवतार हैं, तो लड़ाई किस बात की। हम सामाजिक समरसता चाहते हैं विद्वेष नहीं। आर्थिक न्याय चाहते हैं, जिसमें गरीब सवर्णों को 14 प्रतिशत आरक्षण देंगे। उन्होंने कहा कि भाजपा कांग्रेस जातिवाद के आधार पर लोगों को लड़ाती है। अब चुनाव में इन दोनों का सफाया जरूरी है।

दौसा | नामांकन का समय निकलता देख भारत वाहिनी का प्रत्याशी कलेक्ट्रेट परिसर में दौड़ लगाकर रिटर्निंग अधिकारी के कार्यालय में जाते हुए।