Thursday, January 3, 2019

BSNL का नया ऑफर, ऐसे मिल रहा है 2GB डेटा मुफ्त

सरकारी टेलीकॉम कंपनी BSNL एक मात्र कंपनी है जिसे प्राइवेट कंपनियों के डेटा वॉर से सबसे ज्यादा प्रतिस्पर्धा का सामना करना पड़ रहा है. हालांकि अब ऐसा लग रहा है कि कंपनी इंडियन टेलीकॉम सेक्टर में अपनी स्थिति मजबूत करने के लिए कई कदम उठा रही है. कंपनी के पिछड़ने की सबसे मुख्य वजह 4G नेटवर्क का नहीं होना है. हालांकि अब कंपनी कुछ जगहों पर 4G नेटवर्क की टेस्टिंग कर रही है. अब BSNL 4G की जानकारियां लोगों तक पहुंचाने के लिए कंपनी सिम अपग्रेड करने पर फ्री डेटा दे रही है.

टेलीकॉमटॉक की खबर के मुताबिक, हाल ही में कंपनी ने चेन्नई सर्किल में 4G सिम कार्ड्स देना शुरू किया है. 4G सिम अपग्रेड ऑफर के तहत BSNL हर उस ग्राहक को 2GB डेटा मुफ्त में दे रही है जो 20 रुपये में 4G USIM कार्ड खरीद रहे हैं. BSNL 4G सेवाओं की शुरुआत गुजरात के गांधीधाम और अंजर जैसे शहरों में 26 नवंबर, 2018 से हो गई है. इसके बाद 3G नेटवर्क काम नहीं करेंगे हालांकि 2G नेटवर्क सभी हैंडसेट्स में काम करना जारी रहेंगे.

BSNL 4G USIM अपग्रेड

ग्राहक अपने मौजूदा 2G/3G सिम को 4G सिम में अपग्रेड कर सकते हैं और 4G सेवाओं को अनुभव कर सकते हैं. अगर आपके पास पुराना सिम कार्ड है तो आप 2G या 3G नेटवर्क को ही ऐक्सेस कर पाएंगे. इससे बचने के लिए आप इस एरिया में BSNL ऑफिस जा सकते हैं और एक BSNL 4G सिम कार्ड ले सकते हैं. साथ ही कंपनी की ओर से 4G सिम कार्ड में अपग्रेड करने वाले ग्राहकों को 2GB डेटा फ्री भी दिया जा रहा है.

पिछले कुछ महीनों से BSNL देश में अलग-अलग जगहों पर अपने 4G सर्विसेज की टेस्टिंग कर रही है. फिलहाल BSNL के 4G यूजर बेस की संख्या काफी सीमित है. कमर्शियल लॉन्चिंग की बात करें तो इसकी लॉन्चिंग 2019 की पहली छमाही में हो सकती है.

रिसर्चर ने कहा है कि अगर आप फेसबुक ऐप के लिए लोकेशन ऑफ कर लेते हैं फिर भी हर संभावित तरीके से फेसबुक आपकी लोकेशन ट्रैक करने की कोशिश में लगा रहता है. रिसर्चर ने कहा ऐसा इसलिए है क्योंकि फेसबुक का मॉडल विज्ञापन बेस्ड है और वो इसके लिए यूजर की प्राइवेसी को भी दांव पर लगा सकता है. ऐसा हाल के कुछ लीक और डेटा ब्रीच में भी पाया गया है.

यूनिवर्सिटी ऑफ साउथ कैलिफोर्निया के कंप्यूटर साइंस के असिस्टेंट प्रोफेसर ऐलेक्जेंड्रा कोरोलोओ ने मीडियम पर इस बारे में विस्तार से जानकारी दी है. यहां बताया गया है कि कैसे फेसबुक उनके लोकेशन पर आधारित टार्गेटेड विज्ञापन देता है, जबकि उन्होंने न तो प्रोफाइल में अपनी लोकेशन डीटेल्स डाली है और न ही लोकेशन ऑन किया है. इतना ही नहीं उन्होंने हर तरह संभव प्रयास किए जिससे लोकेशन शेयर न हो.

कोरोलोवा का कहना है कि उन्होंने फेसबुक ऐप में लोकेशन हिस्ट्री भी ऑफ कर लिया था और iOS की सेटिंग्स में भी उन्होने फेसबुक के लिए लोकेशन ऐक्सेस को डिसेबल कर लिया था. इसके अलावा उन्होंने ने अपने शहर और किसी भी तरह के लोकेशन टैग्ड फोटो और कॉन्टेंट फेसबुक प्रोफाइल पर नहीं अपलोड किया. इसे बावजूद लगातार उन्हें उनके घर और दफ्तर के लोकेशन के आधार पर विज्ञापन दिए गए. कोरोलोवा के मुताबिक फेसबुक पर दिया गया लोकेशन कंट्रोल एक भ्रम है और ये असल में ये कंट्रोल है ही नहीं.

No comments:

Post a Comment